रक्तबीज

# हिन्दू :- आप हिंदुस्तान मे "समान अधिकार" चाहते हैं ?
शांतिदुत :- हाँ जनाब
# Hindu :- तो फिर # UniformCivilCode का सपोर्ट क्यों नहीं करते ?
शांतिदुत :- लाहौल विला कुव्वत -- हम # Minority हैं -- हमलोग स्पेशल हैं ।
***---***
हिन्दू :- फिर आप # HajSubsidy इसी तरह लेते रहना चाहते होंगे ?
शांतिदुत :- बिलकुल
हिन्दू :- तो फिर हमारे मंदिरों की तरह अपने मस्जिदों से भी Tax दीजिये, अपने Funds का इस्तेमाल सरकार को करने दीजिये ।
शांतिदुत :- मस्जिद Funds पर सिर्फ हमारा हक़ है कुत्ते
***---***
हिन्दू :- आप # आरक्षण , वजीफा (scholarships), Loan, Welfare Schemes, Special Budget, Special Laws भी
# अल्पसंख्यक के नाम पर इसी तरह लेते रहना चाहते होंगे ?
शांतिदुत :- हाँ -- क्यों नहीं ? हमारा हक़ है ।
हिन्दू :- तो फिर हमारे मंदिरों-मठों की तरह अपने मस्जिद-दरगाह को सरकार के कन्ट्रोल मे दे दीजिये ।
शांतिदुत :- चुप -- कम्यूनल संघी
***---***
हिन्दू :- आप हिन्दुओं के प्रति प्रेम-सद्भावना रखते हैं ?
शांतिदुत :-हाँ जनाब
हिन्दू :- तो फिर बंगाल-कश्मीर-के
रल जहाँ आप बहुसंख्यक हैं, वहाँ उन्हे पर्व-त्योहार ढंग से मनाने क्यों नहीं देते ?
शांतिदुत :- अब तुम मेरी भावनाएं आहत कर रहे हो ।
***---***
हिन्दू :- आपकी कौम को "विकास" चाहिये की नहीं ?
शांतिदुत :- हाँ जनाब -- बिलकुल चाहिये ।
हिन्दू :- तो फिर "परिवार नियोजन" क्यों नहीं अपनाते ? अपने बच्चों को स्कूल क्यों नहीं भेजते आप लोग ?
शांतिदुत :- बस कर कुत्ते -- Family Planning # इस्लाम मे हराम है और स्कूलों मे इस्लामिक शिक्षा नहीं दी जाती ।
***---***
हिन्दू :- आप इसी तरह दिन मे 5 बार लाउडस्पीकर पर अजान की शोर और जुम्मे के रोज चौक-चौराहे पर पिछवाड़ा उठाना अपना अधिकार समझते होंगे ?
शांतिदुत :- # भारत लोकतन्त्र है -- यह हमारा अधिकार है ।
हिन्दू :- फिर तो आपको मंदिरों से आती घंटी-भजन की आवाज,
# दिवाली के पटाखे और # होली के रंगों से भी कोई समस्या नहीं होगी ? यह भी तो हम हिन्दुओं का संवैधानिक अधिकार है ।
शांतिदूत :- हरामखोर -- तुम फिर से मेरी धार्मिक भावना आहत कर रहे हो ।
***---***
हिन्दू :- आप # हिंदुस्तान से प्यार करते हैं ?
शांतिदूत :- बेशक
हिन्दू :- तो फिर # वन्देमातरम क्यों नहीं बोलते ? "राष्ट्रगान" का सम्मान क्यों नहीं करते ? यहाँ तक की "भारत माता" की जय भी नहीं बोलते ।
शांतिदूत :- हमारे लिए मजहब # Islam सबसे पहले है ।
***---***
शांतिदूत :- तुम # मनुवादि हिन्दू जात-पात करते हो, # दलित भाइयों से भेदभाव करते हो । हमारा एक अल्लाह - एक कुरान और एक मुसलमान ।
हिन्दू :- सो तो सही कहा आपने पर हमारे हालात आपसे लाख गुणा बेहतर है । आप मे भी शेख-सैयद-अशरफ-अ
जरफ-अंसारी-कसाई जैसी न जाने कितनी जातियाँ हैं । और उनसे भी गंदा आपके 72 फिरकों मे बंटा मजहब जहाँ शिया-सुन्नी-बहाबी-देवबंदी-अहमदिया एक दूसरे के साथ खून की होली खेलते हैं वो क्या है ? एक-दूसरे की मस्जिद को बम से उड़ाने से नहीं चूकते आप लोग । कभी हमे राम-कृष्ण-विष्णु-हनुमान-शिव जी और दुर्गा माता के नाम पर लड़ते देखा ?
शांतिदूत :- भाग जा वरना मारे जाओगे
***---***
हिन्दू :- # विश्वरूपम और
# InnocenceOfMuslims जैसी फिल्मे और # SatanicVerses और रंगीला रसूल जैसी किताबें को तो बैन करना चाहते होंगे ?
शांतिदूत :- हाँ - मौत की सजा हो जिसने भी किया ।
हिन्दू :- फिर PK जैसे फिल्मों का बिरोध क्यों नहीं करते ?
शांतिदूत :- अबे ये # FreedomOfSpeech है गदहे
हिन्दू :- # CharlieHebdo और मराठी मेगज़ीन जिसने पिगअंबर का कार्टून बनाया वो भी तो Free Speech है प्यारे ।
शांतिदूत :-इस्लाम का अपमान करने वालों की सिर्फ एक सजा है -- मौत
हिन्दू :- औरों के धर्म-परंपरा का अपमान करना Freedom of Speech नजर आता है तुम्हें । अगर इस्लाम की इज्जत इतनी ही प्यारी है तो "इस्लामिक आतंकवाद" के खिलाफ कभी क्यों नहीं बोलते ?
शांतिदूत :- भाग जा संघी -- वरना मैं अभी के अभी खुद को उड़ा लूँगा -- अल्लाह हु अकबर -- अल्लाह हु अकबर !
***---***
इस झूठ के बोझ को संभालने के लिए मुसलमान कैसे रात
दिन एक कर देते है ,एक आनलाइन डिबेट मे
इसका नमूना देखिए :-
.
1) इस्लाम की पोल खुलने पर सबसे पहले मुस्लिम बोलते है
कि ये सब तथ्यहीन आधारहीन है ,अज्ञानता है ,इस्लाम मे
कोई
जबरदस्ती नही है! अगर आप रैफरेंस देंगे वो सिरे
से नकार
देंगे और आपको पूरी तरह कुरान स्टड़ी करने
को बोला जायेगा
तभी रोशनी मिलेगी !
.
2)अगर आप कुरान और हदीसो के हवाले देंगे
तो आपको बोलेगे
कि तुमने
आयतेअधूरी समझी है ,आयतो को गलत संदर्भ मे
लिया है और
उन आयतो मे लडाई का मतलब उस समय के युद्ध से था ।
(यानि इससे मुस्लिम यह दिखाना चाहते है कि अब हम
दुनियाभर
मे जेहाद नही कर रहे है)
.
3)अगर आप संपूर्ण आयतो और हदीसो का हवाला देंगे
तो वो
कहेंगे आपका अनुवाद गलत है और आपको अरबी सीखने के
साथ आरिजनल वर्जन पढ़ने
को बोला जायेगा !
.
4)अगर आप कहेंगे कि आप
अरबी भी जानते है
साथ
ही आपके
पास प्रमाणित अनुवाद
औरसारी जानकारी उन्ही प्रमाणित
रिसोर्स से है जिससे सर्वश्रेष्ठ मुस्लिम स्कालर्स
हवाला देते है ,तो मुसलमान कहेंगे कि हदीसे
पढ़ना भी जरूरी है ...
अगर आप हदीस से सच साबित करेंगे तो वे कहेंगे कुरान
ही एकमात्र सच है !
.
5)इन सबके बाद अगर आप जारी रखते है तो वे इस मुद्दे
से
बात घुमाने के लिये दूसरे टापिक उठायेंगे जैसे
गरीबी ,इंसानियत ,शांति ,फिलिस्तीन ,इजराइल ,अमेरिका .
6)अगर आप कहेंगे कि कुरान इंसान ने लिखी है तो वे Dr
Bucalie की किताब का हवाला देकर सुनिश्चित करेंगे
कि कुरान मे विज्ञान भी है !
.
7)जबकि असल मे Dr bucalie
सऊदी अरब से पैसे
लिया करता
था और Dr bucalie को कई
विशेषज्ञो ने गलत और
झूठा साबित कर दिया है !
.
8)अब फिर मुस्लिम बोलेंगे कि ये सब वैस्टर्न
मीड़िया का प्रौपगेंड़ा है इस्लाम को बदनाम करने का !
.
9)अगर आप फिर भी सच सामने लायेंगे तो मुस्लिम
कुतर्को पर उतर आएंगे और दूसरे मजहबो मे की किताबो मे
कमियां निकालेंगे जैसे बाइबल ,तोराह ,वेद गीता आदि !
.
10)लेकिन हद तो यहा है कि जिन किताबो को ये
नही मानते
उन्ही किताबो मे ये अपने मोहम्मद जी को अवतार
भी दिखायेंगे (जैसे वेदो मे मुहम्मद को दिखाना)..
और इस्लाम को जबरदस्ती विज्ञान से जोड़गे!
(मतलब किसी भी तरह से हर हाल मे इस्लाम
और मौहम्मद
जी की मार्केटिंग करते रहते है ! इस तरह ये
हमेशा काफिरो को थकाकर और उलझा कर
रखते है !)
.
11)अगर आप न रूकेतो मुसलमान द्वारा आपको जाहिल
झुठा ,कुत्ता ,जालिम वगैरह के साथ मां बहन
की गाली और
निजी हमले किये जायेंगे ..
.
12)अब मुस्लिम रट्टा लगायेंगे कि "इस्लाम तेजी से फैल
रहा है
"लेकिन जैसे ही सच्चाई सामने लायी जाये तो ये
चिल्ला भी पड़ेंगे "इस्लाम खतरे मे है !" .
13)अगर फिर भी आप असली मुद्दे पर अड़े रहेंगे
तो मुसलमान बोलेंगे तुम जहुन्नम मे जाओगे ...आखिरी दिन
तुम्हारा हिसाब होगा ...तुम पर अल्लाह का आजाब
होगा ..अल्लाह तुम्हारे साथ ये कर देगा.. वो कर
देगा ,वगैरह वगैरह!
.
14)और आखिर मे जब सब फेल
हो जायेगा तो अब
मुसलमान
धमकाने पर आ जायेंगे जैसे तुम्हे देख लूंगा,बचके
रहना ,अपना नंबर और एड्रेस बताओ ! .
15)और आखिर मे डरकर बंदा चुप हो जायेगा तो ये ढोल पीटेंगे
और
कहेंगे कि हमने डिबेट जीत ली है ,इस्लाम जीत
गया है ...इस्लाम जिंदाबा* !!
.
.
इसलिए मुसलमान ऊपर से जैसे भी हो पर उनके दिलोदिमाग
मे ,नसो मे इस्लाम
गूंजता रहता है ....!
.
आज दुनिया भर के मुसलमान चलते फिरते "Islamic
Zombies"बन चुके है ,जो मौका मिलने पर अक्सर नारा
लगाते है ...
.
अल्लाह(शैतान)जिंदाबाद !... इस्लाम(अंधेरा )कायम रहे ..!

साभार

Comments

Popular Posts